🟠 Breaking: सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर उठाए सवाल
10 जुलाई 2025, नई दिल्ली — सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में चल रहे वोटर लिस्ट विशेष पुनरीक्षण (SIR) पर गहरी चिंता जताई है। कोर्ट ने साफ कहा कि SIR प्रक्रिया अपने आप में गलत नहीं है, लेकिन इसे सही समय पर लागू किया जाना चाहिए था। चूंकि राज्य में विधानसभा चुनाव करीब हैं, कोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा कि 30 दिनों में इतनी बड़ी प्रक्रिया कैसे पूरी होगी?
🔴 घटनाक्रम की समय-रेखा
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10 जुलाई 2025, सुबह: सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर — जिसमें कहा गया कि SIR प्रक्रिया से चुनाव प्रभावित हो सकते हैं
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सुबह 11:30 बजे: सुनवाई के दौरान SC ने कहा: "SIR प्रक्रिया में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इसकी टाइमिंग गलत है"
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12:00 बजे: कोर्ट ने चुनाव आयोग को कई सवालों का जवाब देने को कहा — विशेष रूप से समयसीमा और पारदर्शिता पर
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1:00 बजे: EC के वकील ने बताया कि प्रक्रिया पारदर्शी है और अंतिम वोटर लिस्ट 30 दिन में तैयार होगी
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2:30 बजे: कोर्ट ने यह बयान दिया कि "यह व्यवहारिक नहीं लगता", और अगले आदेश तक प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई
📣 आधिकारिक बयान और स्रोत
Google Advertisementसुप्रीम कोर्ट बेंच ने कहा,
“SIR प्रक्रिया में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इसे समय पर किया जाना चाहिए था। अब जब चुनाव नजदीक हैं, तब इतनी बड़ी प्रक्रिया को 30 दिनों में पूरा करने की बात कही जा रही है। यह व्यवहारिक नहीं लगता।”
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चुनाव आयोग का पक्ष: EC ने कहा कि प्रक्रिया निर्वाचन आयोग की निगरानी में हो रही है और इसमें सभी नागरिकों को पर्याप्त अवसर दिया जा रहा है।
⚠️ जनता पर असर
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चुनावों की तैयारी पर असर: अगर प्रक्रिया देर से पूरी हुई, तो यह चुनावी कार्यक्रमों में बाधा डाल सकती है।
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वोटर कंफ्यूजन: बहुत से नागरिकों को नोटिस या बदलाव की जानकारी नहीं है, जिससे वोटर पहचान और मतदान पर असर पड़ सकता है।
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राजनीतिक हलचल: विपक्षी दलों ने इस प्रक्रिया की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए राजनीतिक लाभ का आरोप लगाया है।
📱 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
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ट्विटर पर #BiharVoterList ट्रेंड कर रहा है
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आम नागरिकों और राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा कि SIR प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से और उचित समय पर होनी चाहिए थी
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एक यूजर ने पोस्ट किया:
“अब चुनाव के ठीक पहले वोटर लिस्ट अपडेट करना, कई वोटरों को बाहर करने की चाल भी हो सकती है।”
🛑 जनता को क्या करना चाहिए?
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अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक करें: https://voterportal.eci.gov.in/
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अपडेट या शिकायत दर्ज करें: https://nvsp.in/
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राजनीतिक दलों या अधिकारियों से पूछें: अगर नाम गायब है तो तुरंत शिकायत दर्ज करें या फॉर्म भरें
🔮 आगे क्या हो सकता है?
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सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते फिर से सुनवाई करेगा
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अगर आयोग संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया, तो प्रक्रिया पर रोक भी लग सकती है
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चुनाव आयोग अंतिम वोटर लिस्ट 30 दिन में तैयार करने की योजना पर बना रहेगा या नहीं, यह बड़ा सवाल है
🙋♂️ FAQs
Q: बिहार में क्या हो रहा है?
A: चुनाव आयोग विशेष पुनरीक्षण के तहत वोटर लिस्ट अपडेट कर रहा है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं।
Q: कौन प्रभावित हो रहा है?
A: लाखों वोटर जिनका नाम वोटर लिस्ट से गायब हो सकता है या जिनके नाम अपडेट होने हैं।
Q: क्या बिहार में यात्रा सुरक्षित है?
A: हां, यह मामला केवल वोटर लिस्ट और चुनावी प्रक्रिया से जुड़ा है, आम जनजीवन सामान्य है।
Q: मुझे क्या करना चाहिए?
A: अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक करें, यदि कुछ गलत है तो तुरंत सुधार करवाएं।
📝 अंतिम सारांश – अब तक की स्थिति
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सुप्रीम कोर्ट ने SIR प्रक्रिया की टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं
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प्रक्रिया फिलहाल जारी है, लेकिन अगली सुनवाई में स्थिति बदल सकती है
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आम नागरिकों से सावधानी बरतने और जागरूक रहने की अपील की गई है